कृषि पर्यटन – एक अहम कड़ी !!!



अभी हाल ही में मेरे मित्र के खेत पर मुझे ‘ पोला’ उत्सव करीब से देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ ।  वह  दिन हमारे खेतों  में  अथक परिश्रम करने वाले बैलों के नाम था। उन्हें नहला कर बढ़िया सजाया गया था। बहुत ही मनमोहक दृश्य था जब सभी बैलों को एक कतार में खड़ा किया गया और उनकी पूजा की गई। प्रसाद ग्रहण करने के उपरांत हम सभी खेत पर टहलने निकले। 



उस समय हमारे साथ एक ऐसी जानकार व्यक्ति थी जिसने हमें खेत में उगने वाले कुछ उपेक्षित वनौषधियों से अवगत कराया। करीब-करीब दो  घंटे का समय हमारा उनके साथ जानकारी लेने में गया। कृषि -पर्यटन का इससे अच्छा अनुभव और कोई हो नहीं सकता था।  मेरा उन सभी लोगों से अनुरोध है, जब भी हम किसी खेत पर जाएं तो इन तीन बातों पर आप अवश्य ध्यान दें –

१ क्या मुझे यहाँ कुछ अच्छा देखने के लिए  मिला ? 

२. क्या मुझे कुछ अच्छा करने के लिए  मिला ?

३. क्या मैं कुछ अच्छा ग्रहण कर पाया ?

आम तौर पर शहर में रहने वाले लोग इन बातों को नजरंदाज करेंगे लेकिन कहीं आप एक महत्वपूर्ण कड़ी को ध्यान न देने की  गलती  तो नहीं कर रहे हैं ?

'कृषि पर्यटन' अपने आप में वह  महत्वपूर्ण कड़ी है जो शहर और गाँव के बीच की दूरी को पाटने में मदद कर रही है।

अब में अपना  अनुभव कहूँ  तो मैं गया था पोला उत्सव देखने लेकिन वापसी में मेरे पास नई जानकारियों का खजाना था …. और सुनाने के लिए ढेर सारी कहानियाँ !!! हम सब में यह बदलाव आता ही है जब हम किसी नई जानकारी से रु-ब-रु होते हैं।


शहरों में रहने वाले परिवारों को सप्ताह में कम से कम एक या दो  बार कहीं बाहर सैर पर जाने  की आदत थी। लेकिन पिछले पाँच  महीनों में कोविद 19 ने हमें रोक दिया है। पारिवारिक मनोरंजन को  इस महामारी का  ग्रहण लगा है । विषाणु फैलने के चक्र को काटने की आवश्यकता हम सभी के लिए प्राथमिकता बन गई है।

मानसून अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहा है। पेंच जलाशय में नौकायन  का आनंद हर कोई ले सकता है। हाल ही में मैंने इसका अनुभव लिया  था और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह अनुभव अपने आप में अनूठा था। सवारी पर साथ जाने वाले स्थानीय ट्रैवल एजेंटों ने भी यही राय साझा की।

जो लोग बारिश में भीगना चाहते हैं, उनके लिए रामटेक किले का ट्रेक एक खूबसूरत विकल्प है । लेकिन शर्त यही है की ट्रेक के दौरान उन्हें साथ में मसालेदार स्वादिष्ट चिवडा अपनी बैग में रखना होगा। यह मैं इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि मैंने ऐसा अनुभव लिया है और मुझे इसमें काफी आनंद आया।

मुझे कभी-कभी लगता है की हमारे मध्य क्षेत्र में वर्षा  का आनंद लेने की अवधारणा को दूर करने के लिए जन-जागृति की आवश्यकता है। हम लोग बारिश के दौरान गरम -गरम प्याज के भजिए खाने के शौकीन  हैं लेकिन बारिश में घूमने-फिरने से हमें  परहेज है।  

पिकनिक का वास्तविक मौसम यहां अक्टूबर में शुरू होता है और मार्च तक जारी रहता है। स्कूल-कॉलेज के छात्र यात्राएं, परिवार यात्राएं, सरकारी और निजी क्षेत्र की यात्राएं इसी मौसम में रवाना होती हैं। यह हमारे लिए क्रिकेट खेलने का मौसम है !!! आप इस दौरान जामठा स्टेडियम में टेस्ट या वनडे देख सकते हैं ।

लेकिन, इस साल स्थिति अलग है। हमें भीड़ से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। इस  विषाणु से बचने के लिए   भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाना वर्जित है।

लेकिन हम अपने परिवार की घूमने-फिरने की इच्छा को  संतुष्ट कैसे करें ?

मैंने अभी-अभी ऊपर कृषि पर्यटन के एक उम्दा उदाहरण का उल्लेख किया है।

वर्तमान स्थिति का हम अगर निरीक्षण करें तो  आज नागपुर की कुल आबादी के पचास से साठ


प्रतिशत लोग  कृषि पृष्ठभूमि से नहीं है। इन परिवारों के बच्चों को पता नहीं है कि कृषि क्या है। वे इस तथ्य से अनभिज्ञ हैं कि खेत में सब्जियां कैसे उगाई जाती हैं? नींबू का पेड़ कैसा होता है? मवेशी, बैल और बकरी कैसे रहते हैं? दूध दुहना कैसे होता है?

किसान भाई  अगर तत्परता दिखाएं तो यह उनके लिए यह एक सुनहरा मौका है और ग्रामीण पर्यटन की एक क्रांतिकारी नींव इस वर्ष रखी जाएगी।। यह मानते हुए कि आने वाले महीनों में इस विषाणु से  छुटकारा नहीं है तो क्या लोग शहरों में अपने घरों मैं बैठे रहेंगे ? उनके सामने अगर कृषि -पर्यटन का विकल्प रखा जाएगा तो इसे वे अवश्य प्राथमिकता देंगे।  

निश्चित रूप से !!!

यहाँ हमारे पर्यटन में अब एक जिम्मेदारी का चित्र प्रकट होता है। सामाजिक दूरी बनाए रखना, नकाब पहनना, सैनिटाइज़र का उपयोग करना और अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप होना अब आवश्यक हो गया है।

समग्र रुझान को देखते हुए,  लोग मानसून के बाद अक्टूबर से सप्ताहांत की सैर का विकल्प चुनेंगे। प्रारंभिक अनुमान यह है कि वे अपनी कार या बाइक पर शहर से सौ या डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर यात्रा करेंगे। वे पिकनिक के लिए परिवार के साथ शहर के आसपास कहीं जाकर तरोताजा होना पसंद करेंगे।

हम अपने दोस्तों के खेतों  में खास ग्रामीण पद्धति  का भोजन करने के लिए जाते थे, संतरे, मीठे अमरूद, आम  आदि का आनंद लेते थे। कुछ दोस्तों के यहाँ ग्रामीण खेल खेलने का आनंद भी लिया है। हम में से कई अभी भी बैलगाड़ी दौड़ को याद करते हैं। आज उसी आनंद को व्यवसाय का रूप देना एक आवश्यकता बन गई है। 


मेरा किसानों से अनुरोध है। इस वर्ष वे अपने खेतों पर फसलों के नियोजन के साथ-साथ मेहमानों के  आतिथ्य का कार्यक्रम भी रखें। किसी पेड़ की छाया में बैठने की साफ-सुथरी  व्यवस्था करें, छोटे बच्चों को बैल-गाड़ी की सवारी का आनंद लेने दें, मेहमानों को देहाती वातावरण, ग्रामीण भोजन और ग्रामीण खेलों का आनंद लेने का मौका दें । मेहमानों को गाँव में टहलने के लिए ले जाएँ, उन्हें गाँव के जीवन से परिचित कराएँ, गाँव के  प्राचीन मंदिर में ले जाएँ, गाँव की दंत -कथाओं  से उनका मनोरंजन करें…. लेकिन ऐसा करते समय, मेहमानों की सुरक्षा को प्राथमिकता जरूर दें।

किसानों को इसे एक उपयोगी पूरक-व्यवसाय के रूप में देखना चाहिए जैसे की कुक्कुट-पालन , फूलों की खेती, मछली पालन या बकरी पालन। ज्ञान और मनोरंजन के इस अद्भुत संगम को आपके मेहमान मुक्त कंठ से सराहेंगे।

हमारे क्षेत्र में पिछले दस से बारह वर्षों में कृषि-पर्यटन के प्रति लोगों की  जागरूकता बढ़ी है। मैं सहेलियों की बैठक,  दादा-दादी की शादी की वर्षगांठ, , शाला -महाविद्यालय के दोस्तों की रजत जयंती, स्कूल यात्राएं आदि जैसे कई कार्यक्रमों का गवाह रहा हूं। अन्य गांवों के किसान भी दूसरे खेत की सैर पर जा सकते हैं।

आज महत्वपूर्ण बात यह है कि यह मेहमान आपके खेत पर बार-बार  आना पसंद करें। यह तभी संभव


है जब आपके खेत पर देखने के लिए कुछ खास हो।  जब मेहमान टिप्पणी करते हैं, "हम हमेशा आपके खेत में आकर  खुशी  महसूस करते हैं !!!" निश्चित रूप से आपको उत्साहित करेगा। यही  मेहमान आपका सबसे बड़ा  विज्ञापन हैं।  आपकी खुशमिजाजी और मित्रता भरे स्वस्थ रवैये से प्रभावित होकर अपने दोस्तों को  आपके खेत का दौरा करने की सलाह देंगे।

एक बात सुनिश्चित है, आपकी रचनात्मकता ही आपको सफलता की राह पर ले जाएगी। खेत की फसल हमारी पहली जिम्मेदारी है,  हमारी  पहली प्राथमिकता। आपके द्वारा खेती करने के तरीके के पीछे एक कहानी है, आपके द्वारा पालन किए जाने वाले फसलों की समय-तालिका , आप किस तरह से अपने मवेशियों  की देखभाल करते हैं .... यह सब बातें  आगंतुकों को रोचक, मनोरंजक तरीके से बताने के लिए आपकी रचनात्मकता पर निर्भर करेगा ।

खेतों में  प्रचलित दिलचस्प कार्यों में मेहमानों को सम्मिलित करें जैसे  की सब्जी की रोपाई, खरपतवार प्रबंधन आदि  यह उन्हें एक अच्छा अनुभव देगा। मुझे यकीन है, वे अविस्मरणीय यादों के साथ वापस जाएंगे ..

विशेष रूप से, मेहमानों के साथ आने वाले छोटे बच्चे इसे बड़े ध्यान से देखते हैं।  बच्चे सुनेंगे और निश्चित रूप से याद रखेंगे। खास कर कीचड़ में खेलना उन्हें एक अभूतपूर्व आनंद दिलाएगा।  

ये छोटे बच्चे हमारे असली मेहमान हैं … .इनका खास ध्यान रखें !!! 

शहर में हम फल विक्रेता से संतरे हमेशा ही खरीदते हैं, लेकिन जब यह बच्चे स्कूल जाकर अपने दोस्तों को बताएंगे  कि हमने बगीचे में संतरे देखे और खाए ……  यही वाक्य आने वाले समय में  ‘संतरा पर्यटन‘ का सबसे बेहतरीन विज्ञापन कहलाएगा।  


अमित नासेरी

९४२२१४५१९०  

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